झांसीः योगी सरकार में पुलिस किस तरह मुठभेड़ कर रही है, इसका एक प्रमाण झांसी में आया है। यहां एन्काउंटर से पहले एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख और पुलिस के बीच बातचीत का आॅडियो वायरल हुआ है। बातचीत में थाना प्रभारी को खुद को सबसे बड़ा गुंडा बताते हुए कहते सुना जा सकता है कि भाजपा जिलाध्यक्ष और बबीना विधायक राजीव पारीछा का समझ लो।
यह बातचीत पूर्व ब्लाॅक प्रमुख लेखराज और झांसी के मऊरानीपुर थाना प्रभारी के बीच की है।
बता दें कि झांसी के मऊरानीपुर इलाके में भय व आतंक का पर्याय बने पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें दोनों ओर से लगभग आधा घंटे तक फायरिंग हुई। इसके बाद भी पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज अपने साथियों व बेटों के साथ मौके से भागने में सफल हो गया। फायरिंग के दौरान पुलिस की गाड़ी में एक गोली जा लगी। जिससे गाड़ी का कांच क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस टीम लगातार पूर्व ब्लॉक प्रमुख की तलाश में दबिश दे रही है।
अब पूरे मामले में पूर्व ब्लाॅक प्रमुख लेखराज और थाना मऊरानीपुर के प्रभारी सुमित कुमार के बीच बातचीत का आॅडियो वायरल हुआ है।
इस बातचीत में थाना प्रभारी सुमित कुमार खुद को सबसे बड़ा गुंडा बता रहे हैं। यह आॅडियो मुठभेड़ से पहले का है, जिसमें थाना प्रभारी सुमित कुमार एन्काउंटर की पूरी जानकारी बता रहे हैं। बातचीत में पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज मदद मांगते सुना जा सकता है। दरोगा कह रहा है कि एनकाउंटर का सीजन चल रहा है। शुक्रवार को पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज से हुई पुलिस की मुठभेड़ थी।
मुठभेड़ के दौरान अपने बेटों के साथ लेखराज भाग निकला था। इस एन्काउंटर पर अब सवाल उठने लगा है कि कहीं थाना प्रभारी ने ही तो लेखराज के भागने में मदद नहीं की।
बातचीत का कुछ अंश देखिए
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः मदद करें यार
थाना प्रभारीः मेरी मजबूरी समझिए। संजय दूबे जिलाध्यक्ष और बबीना विधायक राजेश परीछा ये दो आदमी को मैनेज करिए
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः अरे तुम किसी से कम हो क्या
थाना प्रभारीः अरे नहीं...
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः तो तुम्हे क्या डाकखाने भेज दे क्या
थाना प्रभारीः गाली.. हम लोग तो अपराधी रहे हैं शुरु से। जिंदगी भर अपराध किए। जाने कितनी हत्याएं की अपने हाथ से। सब निपट गया मातारानी की कृपा से।
इतिहास हमारा खराब है लेकिन भविष्य अच्छा है।
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः हमारी मदद करो
थाना प्रभारीः पिछले 14 वर्षो में भाजपा समय के पहले कितने एंकाउटर हुए है जिले प्रदेश भर में। नहीं हुए। बसपा आई सपा आई। सिस्टम चल रहा है यार आप समझ नहीं रहे हो कुछ चीज को.. हम जो बताना चाह रहें हैं आपको। दौर है अब दौर तो दौर ही होता है न फिर तो फिर तो। झोकों अब झोकों फिर झोकों। सिस्टम ऊपर से ही यहां ऐसा है नीचे ऊपर सब एसटीएफ भी है सब टीम है यहां लगे है बस अगला नम्बर आपका है। अब क्या बताएं आपको
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः अच्छा अच्छा
थाना प्रभारीः हां। बस आपकी लोकेशन ट्रेस आउट हो रही है। 10-20-50 आदमी अपने साथ लूंगा तब भी कोई बड़ी बात नहीं है।
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः सब मार दिए जाएंगे
थाना प्रभारीः आप देखो.. समय के साथ आदमी खुद को ढाल देते हैं
थाना प्रभारीः चीजों को आप समझिए
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः -चलो भाई मदद करो, हमारे नाती है।
थाना प्रभारीः का बताएं, उन्होंने कहां कि मैनेज करिए।
थाना प्रभारीः आप के उपर 60 मुकदमें है। आप पर एन्काउंटर फिट बैठेगा। अब देख लीजिए, आप को बता सकते है।
पूर्व ब्लाॅक प्रमुखः मरना थोड़े ही है।
थाना प्रभारीः जो भी मामला है, उसे देख दिखाकर मैनेज करवा लीजिए।