बदायूंः योगी सरकार भले ही ईमानदारी और पारदर्शिता का दम भरे, लेकिन ज़मीन पर हालात कुछ और ही हैं। बदायूं जिले की दातागंज मंडी में करीब डेढ़ करोड़ रुपये का गेंहू घोटाला सामने आया है।
गेंहू क्रय केंद्र पर गेंहू की खरीद तो दिखाई गई लेकिन सरकारी गोदाम तक गेंहू नहीं पहुँचा। जिला खाद वितरण विभाग ने इस मामले में ठेकेदार और केंद्र के प्रभारी सहित 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जिला वितरण विभाग बदायूं के डीएमओ का कहना है कि जो गेहूं केंद्रों से उठा कर गोदाम में पहुंचना था उसका ठेका विभाग द्वारा दातागंज के निवासी ओमेंद्र गुप्ता को दिया गया था लेकिन उसने केंद्रों से गेहूं उठा लिया किसान का पेमेंट भी विभाग ने कर दिया लेकिन गेहूं ठेकेदार ने आरएफसी के गोदाम तक नहीं पहुंचाया, जिसमें केंद्र प्रभारियों की मिलीभगत हो सकती है।
विभाग द्वारा उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद इसमें विभाग की एक टीम गठित की गई है जो इसकी जांच कर रही है। 8323 क्विंटल गेहूं ट्रकों से रास्ते में ही गायब किया गया है, जिसकी कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है। इसके अलावा बदायूं में 2780 क्विंटल और 669 क्विंटल बिल्सी की मंडी में भी इस तरह का मामला आया है। उसमे भी एफआईआर कराई गई है।
अभी हाल ही में किसानों के गेंहू की सरकारी खरीद के लिए गेंहू क्रय केंद्र खोले गए थे। बदायूं की दातागंज तहसील में भी गेंहू क्रय केंद्र खोले गए थे। जब खरीद के बाद क्रय किये गए गेंहू और गोदाम पहुंचे गेंहू का मिलान किया गया तो लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का गेंहू कम पाया गया। इस मामले की जांच एडीएम वित्त द्धारा की गई थी जिनकी रिपोर्ट के आधार पर जिला खाद वितरण विभाग ने ठेकेदार और केंद्र प्रभारी समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।